tag:blogger.com,1999:blog-7582888098571639741.post1044549492943577602..comments2024-02-26T09:33:51.906-08:00Comments on शेष फिर...: माफी चाहूंगा दोस्तDr.Ajithttp://www.blogger.com/profile/17632123454222628758noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-7582888098571639741.post-56788817696883033012010-05-19T03:20:53.382-07:002010-05-19T03:20:53.382-07:00व्यावहारिकता की सीख देती कविता ...
अच्छी है ...!!व्यावहारिकता की सीख देती कविता ...<br />अच्छी है ...!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7582888098571639741.post-62357583552713707222010-05-15T20:55:15.866-07:002010-05-15T20:55:15.866-07:00सुन्दर प्रस्तुतीकरणसुन्दर प्रस्तुतीकरणyugal mehrahttp://www.yugals.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7582888098571639741.post-50405765756042256972010-05-15T19:03:17.851-07:002010-05-15T19:03:17.851-07:00अच्छा लिखा है।अच्छा लिखा है।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7582888098571639741.post-13709126828168683292010-05-14T11:18:33.092-07:002010-05-14T11:18:33.092-07:00सुन्दर भाव और अभिव्यक्ति के साथ आपने शानदार रूप से...सुन्दर भाव और अभिव्यक्ति के साथ आपने शानदार रूप से प्रस्तुत किया है! लाजवाब रचना !Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7582888098571639741.post-58285659257473619472010-05-13T22:57:04.289-07:002010-05-13T22:57:04.289-07:00'स्पष्ट बोलने और कडवा बोलने मे फर्क'
सच ,य...'स्पष्ट बोलने और कडवा बोलने मे फर्क'<br />सच ,यह समझ भी होनी बहुत ज़रूरी है रिश्तों को बनाये रखने के लिए...<br />जीना शर्तों पर मगर../सिद्दांत की ओट लेकर तार्किकता से खारिज करना/..बहुत सी बातें इस कविता के माध्यम से आप ने कहीं.<br />छ्द्म स्वाभिमान की कीमत लोग संबन्धो को खोकर चुकाते हैं...बहुत ही अच्छी बात कहीं आप ने...<br />--- अपरोक्ष रूप में 'तुम को इन्गीत करते हुए 'दुनिया में व्यवहार कला सिखाती हुई सार्थक रचना .Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7582888098571639741.post-2980596919260303222010-05-04T23:12:15.393-07:002010-05-04T23:12:15.393-07:00बहुत अच्छी प्रस्तुति संवेदनशील हृदयस्पर्शी मन के भ...बहुत अच्छी प्रस्तुति संवेदनशील हृदयस्पर्शी मन के भावों को बहुत गहराई से लिखा हैसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7582888098571639741.post-65985660987716138232010-05-04T11:41:23.303-07:002010-05-04T11:41:23.303-07:00भावनाओं की बहुत अच्छी अनुभूति...भावनाओं की बहुत अच्छी अनुभूति...Dev K Jhahttps://www.blogger.com/profile/06471032900319205793noreply@blogger.com