मुझसे नफरत के दिनों में
उसने बताया मुझे
मेरी खूबियों के बारे में
मुझसे मुहब्बत के दिनों में
वो निकालती रही
मुझमें मीन मेख
मुझसे दूरियों के दिनों में
रखती गई याद
मुझसे नजदीकियों के दिनों में
वो भूलती गई मुझे
और जब एक दिन
उसनें कहा मुझे डरपोक
कसम से मुझे बुरा नही लगा
क्योंकि ठीक उस दिन
मैं भूलने को था उसे
मुझे बुरा नही लगा
यह बात उसे बेहद बुरी लगी।
© डॉ.अजित
उसने बताया मुझे
मेरी खूबियों के बारे में
मुझसे मुहब्बत के दिनों में
वो निकालती रही
मुझमें मीन मेख
मुझसे दूरियों के दिनों में
रखती गई याद
मुझसे नजदीकियों के दिनों में
वो भूलती गई मुझे
और जब एक दिन
उसनें कहा मुझे डरपोक
कसम से मुझे बुरा नही लगा
क्योंकि ठीक उस दिन
मैं भूलने को था उसे
मुझे बुरा नही लगा
यह बात उसे बेहद बुरी लगी।
© डॉ.अजित