Sunday, February 14, 2016

प्रेम

प्रेम एक त्रिकोण है
जिसके अंशो में होती है एक मानक त्रुटि
इसलिए कोई गणना नही होती पूर्णतः सटीक

प्रेम में गणित तलाशना
एक उपचारिक प्रयास है

ताकि सम विषम को स्वीकार कर
सीखा जाए समीकरण साधना

तो क्या प्रेम एक समीकरण है
नही प्रेम समीकरण नही
प्रेम ज्यामिति भी नही

प्रेम एक त्रिकोण है
जिसकी भुजाएं समान प्रतीत जरूर होती है
मगर होती नही है।

©डॉ.अजित

No comments:

Post a Comment