मैने कहा
लिखना छोड़ रहा हूँ
उसने सुना
जीना छोड़ रहा हूँ
मैंने कहा
जीना छोड़ रहा हूँ
उसने सुना
लिखना छोड़ रहा हूँ
मै जो भी कहता
वो उसके उलट सुनती
एकदिन मैंने कहा
प्यार है तुमसे
हंसते हुए बोली
तुमसे न होगा
प्यार करने के लिए
खुद से नफरत जरूरी है
तुम खुद से प्यार करते हो
इसलिए
न तुम मरोगे
न लिखना छोड़ेगे
और किसी से प्यार कर सकोगे
उसके बुद्ध ज्ञान ने
तथागत बना दिया
और मैंने चुस्त बातें कहने
का हुनर सीख लिया है
अब हर बात प्रायोजित और सधी होती है
शिकार करती है
लौट आती है
शब्दों के तरकश में।
© अजीत
लिखना छोड़ रहा हूँ
उसने सुना
जीना छोड़ रहा हूँ
मैंने कहा
जीना छोड़ रहा हूँ
उसने सुना
लिखना छोड़ रहा हूँ
मै जो भी कहता
वो उसके उलट सुनती
एकदिन मैंने कहा
प्यार है तुमसे
हंसते हुए बोली
तुमसे न होगा
प्यार करने के लिए
खुद से नफरत जरूरी है
तुम खुद से प्यार करते हो
इसलिए
न तुम मरोगे
न लिखना छोड़ेगे
और किसी से प्यार कर सकोगे
उसके बुद्ध ज्ञान ने
तथागत बना दिया
और मैंने चुस्त बातें कहने
का हुनर सीख लिया है
अब हर बात प्रायोजित और सधी होती है
शिकार करती है
लौट आती है
शब्दों के तरकश में।
© अजीत
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