क्या फायदा अब बहस में जी जलाने का
चलों हम ही देते है मौका भूल जाने का
किस्सों कहानियों में अच्छा लगता है
दुश्वार बहुत है जहां दोस्ती निभाने का
वक्त के मुक़ाबिल जब से वजूद खड़ा था
नही छोड़ा एक भी मौका दिल दुखाने का
जिन रास्तों पर तुम कभी हमसफ़र थे मेरे
फिर न पूछा किसी ने उनसे पता ठिकाने का
हंसी आई तो नम हो गई आँखें अक्सर
दौर था वो बेसबब खुद से रूठ जाने का
© डॉ.अजित
चलों हम ही देते है मौका भूल जाने का
किस्सों कहानियों में अच्छा लगता है
दुश्वार बहुत है जहां दोस्ती निभाने का
वक्त के मुक़ाबिल जब से वजूद खड़ा था
नही छोड़ा एक भी मौका दिल दुखाने का
जिन रास्तों पर तुम कभी हमसफ़र थे मेरे
फिर न पूछा किसी ने उनसे पता ठिकाने का
हंसी आई तो नम हो गई आँखें अक्सर
दौर था वो बेसबब खुद से रूठ जाने का
© डॉ.अजित
बढ़िया ।
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