उस दिन उसे बुखार था
मैंने ब्लड टेस्ट कराने के लिए कहा
लक्षणों की गैर डाक्टरीय व्याख्या की
अनुमान से कुछ दवाएं भी बताई
उसकी कलाई पकड़कर
नब्ज़ गिनने का अभिनय किया
तापमान पूछा सेल्सियस में
फ़िक्र करते हुए कुछ खाने पीने के परहेज़ बताएं
आराम करने जैसी औपचारिक सलाह दी
बस वही एक जरूरी काम नही किया
जो करना चाहिए था
उसे गले नही लगाया मैने
तमाम काम जो मैने बताएं
वो बिन मेरे भी कर सकती थी
उसने मेरा बताया एक भी काम नही किया
हां ! उस दिन उसने साधिकार मुझे गले लगाया
जिस दिन बुखार था मुझे
ज्ञान से बढ़कर था उसका वो स्नेहिल स्पर्श
एक ही बीमारी ने बदल दी थी हमारी दुनिया
बुखार के जरिए जान पाया मैं
नजदीक होने का अर्थ
जो याद आता रहा हमेशा
हरारत से लेकर बुखार तक।
© डॉ.अजित
मैंने ब्लड टेस्ट कराने के लिए कहा
लक्षणों की गैर डाक्टरीय व्याख्या की
अनुमान से कुछ दवाएं भी बताई
उसकी कलाई पकड़कर
नब्ज़ गिनने का अभिनय किया
तापमान पूछा सेल्सियस में
फ़िक्र करते हुए कुछ खाने पीने के परहेज़ बताएं
आराम करने जैसी औपचारिक सलाह दी
बस वही एक जरूरी काम नही किया
जो करना चाहिए था
उसे गले नही लगाया मैने
तमाम काम जो मैने बताएं
वो बिन मेरे भी कर सकती थी
उसने मेरा बताया एक भी काम नही किया
हां ! उस दिन उसने साधिकार मुझे गले लगाया
जिस दिन बुखार था मुझे
ज्ञान से बढ़कर था उसका वो स्नेहिल स्पर्श
एक ही बीमारी ने बदल दी थी हमारी दुनिया
बुखार के जरिए जान पाया मैं
नजदीक होने का अर्थ
जो याद आता रहा हमेशा
हरारत से लेकर बुखार तक।
© डॉ.अजित
सुन्दर ।
ReplyDeleteबहुत ही उम्दा ..... बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति .... Thanks for sharing this!! :) :)
ReplyDelete