Tuesday, June 2, 2015

खगोल

यदि तुम मोटिवेशन की तलाश में
मेरे नजदीक आए हो तो
मुझे खेद है
ये तुम्हें न मिलेगा
मेरे पास एक चुम्बकीय क्षेत्र है
जहां जुड़ सकतें हो
या फिर प्रतिरोध पैदा कर सकते हो
चयन नितांत ही तुम्हारा है
सोच लो।
***
बंद घड़ी दो वक्त
सही समय बताती है
यह एक कोरा बौद्धिक झूठ है
चौबीस घंटें में किसी रुकी हुई चीज़ को
दो बार देखकर
हम समय का सही होना तय कर सकते है
समय को सही गलत तय करना
समय का अपमान है
ये बात बंद घड़ी बताती है
बशर्ते वो सच में बंद हो
किसी अभाव में थमी न हो।
***
धरती की आँख पर
काजल लगाने के लिए
ऊकडू बैठा एकदिन
धरती ने आँखें बंद कर ली
उस दिन समझ आया
धरती संवरना नही
सोना चाहती है
मेरी अनामिका से लोरी सुनकर।
***
चांद का एक यही डर
सबसे बड़ा था
धरती को यदि दिख गया
दूसरा चाँद
उसका क्या होगा
धरती चाँद की नही
सूरज की तलाश में थी
एकमात्र इसी बात पर
बचा हुआ था
दोनों के मध्य खगोलीय प्रेम।

© डॉ. अजीत

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