Sunday, June 12, 2022

अचानक गायब हुए लोग

 कोई अचानक से

गायब नहीं होता है

ऐसा लगता जरूर है कि

अचानक से गायब हो गया कोई 


गायब होना एक क्रमिक प्रक्रिया है

जो होती है घटित बहुत धीमे-धीमे 


अचानक से गायब हुए लोग

अक्सर आते हैं याद गाहे-बगाहे


उन्हें करते हए याद 

हम हो जाते है उदार प्राय:


कोई जब अचानक से होता है गायब

हम ढ़ोते हैं एक कोरा विस्मय 

करते है अनजान होने का अभिनय 


अचानक से गायब हो जाना 

हमें दिलाता है किसी की याद

हम होते हैं थोड़े शर्मिंदा 

अपनी पकड़ पर


गौर से देखिए 

मिल जाएंगे अचानक से गायब हुए लोग

हमारे आसपास


अचानक से गायब हुए लोगों को 

नहीं तलाशा जा सकता है 

वे अवस्थित हो जाते हैं

ऐसे निर्जन स्थान पर 


जहां से 

वे हमेशा देख सकते हैं हमें

और हम नहीं


मृत्यु और अचानक से गायब होने का

यह बुनियादी भेद बताता है हमें 

कि

किसी के अचानक से गायब होने की 

एक वजह होते हैं हम भी।


©डॉ. अजित

5 comments:

सुशील कुमार जोशी said...

वाह

जिज्ञासा सिंह said...


मृत्यु और अचानक से गायब होने का

यह बुनियादी भेद बताता है हमें

कि

किसी के अचानक से गायब होने की

एक वजह होते हैं हम भी।..सटीक चित्रण। सराहनीय रचना ।

मन की वीणा said...

सारगर्भित सत्य लिखा है आपने।
पूर्ण सहमति है।
सुंदर सृजन।

उषा किरण said...

गायब होना एक क्रमिक प्रक्रिया है

जो होती है घटित बहुत धीमे-धीमे
बहुत चिंतनीय रचना !

Onkar said...

बहुत सुंदर