प्रेम एक त्रिकोण है
जिसके अंशो में होती है एक मानक त्रुटि
इसलिए कोई गणना नही होती पूर्णतः सटीक
प्रेम में गणित तलाशना
एक उपचारिक प्रयास है
ताकि सम विषम को स्वीकार कर
सीखा जाए समीकरण साधना
तो क्या प्रेम एक समीकरण है
नही प्रेम समीकरण नही
प्रेम ज्यामिति भी नही
प्रेम एक त्रिकोण है
जिसकी भुजाएं समान प्रतीत जरूर होती है
मगर होती नही है।
©डॉ.अजित
जिसके अंशो में होती है एक मानक त्रुटि
इसलिए कोई गणना नही होती पूर्णतः सटीक
प्रेम में गणित तलाशना
एक उपचारिक प्रयास है
ताकि सम विषम को स्वीकार कर
सीखा जाए समीकरण साधना
तो क्या प्रेम एक समीकरण है
नही प्रेम समीकरण नही
प्रेम ज्यामिति भी नही
प्रेम एक त्रिकोण है
जिसकी भुजाएं समान प्रतीत जरूर होती है
मगर होती नही है।
©डॉ.अजित
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