उसने पूछा
खाली वक्त में क्या करते हो तुम?
मैंने कहा
यदा-कदा
व्हाट्स एप्प पर तुम्हारी डीपी
देख लेता हूँ
उससे क्या होता है
उसने हंसते हुए पूछा
कुछ नही ऐसा लगता है
तुम्हें अभी तक खोया नही मैंने
मैंने थोड़ा गम्भीर होकर जवाब दिया
फिर मैंने सवाल किया
और तुम क्या करती हो
अपने खाली वक्त में?
आज के बाद व्हाट्स एप्प पर
तुम्हारा लास्ट सीन देखा करूंगी
इतना कहकर वो हंस पड़ी
फिर देर तक हंसता रहा मैं भी।
***
एकदिन मैंने कहा
जब हिचकी आती है मुझे
तो ऐसा लगता है
जैसे तुमनें याद किया हो
मैं इस मान्यता में यकीन नही करती
उसने ये कहकर मेरी बात काट दी
फिर अचानक एकदिन कहने लगी
हिचकी वाली बात सही थी तुम्हारी
मैंने कहा क्यों?
अब तुम्हें भी आने लगी क्या हिचकियाँ
उसने कहा नही
अब हिचकी नही बस तुम्हारी याद आती है।
***
कुछ दिनों से
हमारी बातचीत बंद थी
संपर्कशून्य जी रहे थे हम दोनों
अचानक उसका मैसेजे आया
आओ ! चाय पीते है शाम को
मैनें जवाब दिया शराब क्यों नही?
उसने कहा पहले चाय फिर शराब पीएंगे
हमने उस दिन कुछ नही पीया
बस बातें की जी भर
चाय और शराब इसलिए भी पाती रही
आदर मेरे जीवन में
दोनों ने हमेशा बचाए रखा
सम्वाद हमारे बीच।
***
उस दिन उसे
मुझे एक शर्ट दिलाने की
जिद चढ़ी हुई थी
मैं बार बार करता रहा इनकार
इस बात पर वो नाराज़ हो गई
दो दिन बाद
उसने पूछा परसों क्या हो गया था तुम्हें?
मैंने थोड़े संकोच से कहा
हुआ कुछ नही था
दरअसल
नीचे बनियान नही पहना था मैंने
और तुम्हारी जिद
तुम्हारे सामने ही ट्राई करने की
रहती है हमेशा
देखा जाए यह बात हंसने की थी
मगर वो हंसी नही
थोड़ा उदास होकर उसने कहा
तुम्हारी यही आदत
तुम्हें कभी छोड़ने नही देगी मुझे।
©डॉ. अजित
खाली वक्त में क्या करते हो तुम?
मैंने कहा
यदा-कदा
व्हाट्स एप्प पर तुम्हारी डीपी
देख लेता हूँ
उससे क्या होता है
उसने हंसते हुए पूछा
कुछ नही ऐसा लगता है
तुम्हें अभी तक खोया नही मैंने
मैंने थोड़ा गम्भीर होकर जवाब दिया
फिर मैंने सवाल किया
और तुम क्या करती हो
अपने खाली वक्त में?
आज के बाद व्हाट्स एप्प पर
तुम्हारा लास्ट सीन देखा करूंगी
इतना कहकर वो हंस पड़ी
फिर देर तक हंसता रहा मैं भी।
***
एकदिन मैंने कहा
जब हिचकी आती है मुझे
तो ऐसा लगता है
जैसे तुमनें याद किया हो
मैं इस मान्यता में यकीन नही करती
उसने ये कहकर मेरी बात काट दी
फिर अचानक एकदिन कहने लगी
हिचकी वाली बात सही थी तुम्हारी
मैंने कहा क्यों?
अब तुम्हें भी आने लगी क्या हिचकियाँ
उसने कहा नही
अब हिचकी नही बस तुम्हारी याद आती है।
***
कुछ दिनों से
हमारी बातचीत बंद थी
संपर्कशून्य जी रहे थे हम दोनों
अचानक उसका मैसेजे आया
आओ ! चाय पीते है शाम को
मैनें जवाब दिया शराब क्यों नही?
उसने कहा पहले चाय फिर शराब पीएंगे
हमने उस दिन कुछ नही पीया
बस बातें की जी भर
चाय और शराब इसलिए भी पाती रही
आदर मेरे जीवन में
दोनों ने हमेशा बचाए रखा
सम्वाद हमारे बीच।
***
उस दिन उसे
मुझे एक शर्ट दिलाने की
जिद चढ़ी हुई थी
मैं बार बार करता रहा इनकार
इस बात पर वो नाराज़ हो गई
दो दिन बाद
उसने पूछा परसों क्या हो गया था तुम्हें?
मैंने थोड़े संकोच से कहा
हुआ कुछ नही था
दरअसल
नीचे बनियान नही पहना था मैंने
और तुम्हारी जिद
तुम्हारे सामने ही ट्राई करने की
रहती है हमेशा
देखा जाए यह बात हंसने की थी
मगर वो हंसी नही
थोड़ा उदास होकर उसने कहा
तुम्हारी यही आदत
तुम्हें कभी छोड़ने नही देगी मुझे।
©डॉ. अजित
1 comment:
बहुत सुन्दर।
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