मन की कहता चला गया
वक्त सा बहता चला गया
दुःख हर चौराहे पर मिले
बस मै सहता चला गया
खुदा की हसीं दुनिया में
बेवजह रहता चला गया
करी सब उसने मन की
मै बस कहता चला गया
© डॉ. अजीत
वक्त सा बहता चला गया
दुःख हर चौराहे पर मिले
बस मै सहता चला गया
खुदा की हसीं दुनिया में
बेवजह रहता चला गया
करी सब उसने मन की
मै बस कहता चला गया
© डॉ. अजीत
1 comment:
कहते चलिये कोई सुन रहा है ।
Post a Comment