कुछ दशमलव
प्रेम मांगा तुमसे
तुमने याचक कहा मुझे
कुछ सेंटीमीटर
दूरी थी तुमसे
नही मिली तुम आजतक
कुछ शून्य
नही दिए तुमनें उधार
दहाई बननें के लिए
इसलिए मैनें
बिना योग के
घटा लिया खुद को खुद से
और अनुत्तीर्ण हम हो गए
सम्बंधों के गणित में
बिना किसी परीक्षा के।
© डॉ.अजीत
प्रेम मांगा तुमसे
तुमने याचक कहा मुझे
कुछ सेंटीमीटर
दूरी थी तुमसे
नही मिली तुम आजतक
कुछ शून्य
नही दिए तुमनें उधार
दहाई बननें के लिए
इसलिए मैनें
बिना योग के
घटा लिया खुद को खुद से
और अनुत्तीर्ण हम हो गए
सम्बंधों के गणित में
बिना किसी परीक्षा के।
© डॉ.अजीत
1 comment:
वाह !
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