दस बातें उसकी...
---
उसने कहा
तुम झूठे हो
उसके बाद
झूठ और सच का
भेद समाप्त हो गया।
***
उसने कहा
तुम सच्चे हो
उसके बाद
झूठ पकड़ा जाने लगा।
***
उसने कहा
तुम्हें बदलना चाहिए
उसके बाद
वो खुद बदल गईं
बदलाव एक अपेक्षित छल था।
***
उसने कहा
तुम्हारे अंदर
सच्चाई शेष है
उसके बाद
वो विभाजित हो गया
अपनी बुराई के बीच।
***
उसने कहा
तुम कल्पना में जीते हो
उसके बाद
कल्पना यथार्थ में रूपांतरित हो गई।
***
उसने कहा
तुम्हारी चुप्पी खलती है
उसके बाद
मौन का गहरा शोर
पसर गया दोनों के बीच।
***
उसने कहा
तुम पागल हो
उसके बाद
समझ ने गहराई की गोद से
जन्म लिया।
***
उसने कहा
मुझे तुमसे कुछ कहना है
उसके बाद
उसने कहा कुछ नही
बस जीया उस लम्हें को।
***
उसने कहा
तुम्हारे अंदर बचपना है
उसके बाद
उसने बचपन को
बचाकर रखा खुद के अंदर।
***
उसने कहा
दफा हो जाओ
उसके बाद
वो दफन हो गया
उसके अंदर।
© डॉ. अजीत
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उसने कहा
तुम झूठे हो
उसके बाद
झूठ और सच का
भेद समाप्त हो गया।
***
उसने कहा
तुम सच्चे हो
उसके बाद
झूठ पकड़ा जाने लगा।
***
उसने कहा
तुम्हें बदलना चाहिए
उसके बाद
वो खुद बदल गईं
बदलाव एक अपेक्षित छल था।
***
उसने कहा
तुम्हारे अंदर
सच्चाई शेष है
उसके बाद
वो विभाजित हो गया
अपनी बुराई के बीच।
***
उसने कहा
तुम कल्पना में जीते हो
उसके बाद
कल्पना यथार्थ में रूपांतरित हो गई।
***
उसने कहा
तुम्हारी चुप्पी खलती है
उसके बाद
मौन का गहरा शोर
पसर गया दोनों के बीच।
***
उसने कहा
तुम पागल हो
उसके बाद
समझ ने गहराई की गोद से
जन्म लिया।
***
उसने कहा
मुझे तुमसे कुछ कहना है
उसके बाद
उसने कहा कुछ नही
बस जीया उस लम्हें को।
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उसने कहा
तुम्हारे अंदर बचपना है
उसके बाद
उसने बचपन को
बचाकर रखा खुद के अंदर।
***
उसने कहा
दफा हो जाओ
उसके बाद
वो दफन हो गया
उसके अंदर।
© डॉ. अजीत
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