उसका यह मुझ पर
नया आरोप है
हमेशा शहद में लिपटी बातें
सुनना है मुझे पसन्द
जरा सी तल्खी
नही होती बर्दाश्त
सफाई देकर उसके आरोप की
पुष्टि नही करना चाहता
मेरी पसन्द के मूल्यांकन का
यह सबसे अन्यथा और सतही संस्करण है
क्योंकि मेरी पसन्द में
लम्बे समय से वो अकेली शिखर पर है
अपनी नीम-शहद सी बातों के साथ
प्रेम विरोधाभास के बीच
जीना सिखाता है
इस जीने के बीच
पसन्द एक बेहद छोटी चीज़ है
इसलिए ऐसे आरोप पर
खीझ के पलों में भी
मुस्कुराया जा सकता है बस।
© डॉ. अजीत
नया आरोप है
हमेशा शहद में लिपटी बातें
सुनना है मुझे पसन्द
जरा सी तल्खी
नही होती बर्दाश्त
सफाई देकर उसके आरोप की
पुष्टि नही करना चाहता
मेरी पसन्द के मूल्यांकन का
यह सबसे अन्यथा और सतही संस्करण है
क्योंकि मेरी पसन्द में
लम्बे समय से वो अकेली शिखर पर है
अपनी नीम-शहद सी बातों के साथ
प्रेम विरोधाभास के बीच
जीना सिखाता है
इस जीने के बीच
पसन्द एक बेहद छोटी चीज़ है
इसलिए ऐसे आरोप पर
खीझ के पलों में भी
मुस्कुराया जा सकता है बस।
© डॉ. अजीत
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