उस आदमी से पूछिए
खो जाने का अर्थ
जो भीड़ में नितांत अकेला हो
उसी से पूछा जा सकता है
एकांत शोर और कोलाहल का महीन अंतर
पूछने की और भी कई बातें है
मसलन
हर रास्ता एक चौराहे पर आकर
क्यों हो जाता है भरम का शिकार
बढ़ता कदम क्या सच में आगे बढ़ता है
या दूसरा कदम पीछे खिंचता है बार बार
धरती अपना बोझ किसके यहां कराती है दर्ज
आसमान के झुकनें की अधिकतम सीमा क्या है
यदि वह देखें तुम्हारी तरफ तो
यह भी जरूर पूछना कि
कुछ बीज क्यों निकल जातें है बांझ
बारिश क्यों छोड़ जाती है
हर बार हिस्सों में नमी
हवा किसके कहने पर बदलती है रुख
इतने सवालों के बीच
वह तुम्हारे एक भी सवाल का जवाब देगा
इस पर मुझे सन्देह है
इसलिए नही पूछता मैं
कभी कोई सवाल
किसी से भी
मगर तुम जरूर पूछना
अपने पूरे आत्म विश्वास के साथ।
© डॉ.अजित
खो जाने का अर्थ
जो भीड़ में नितांत अकेला हो
उसी से पूछा जा सकता है
एकांत शोर और कोलाहल का महीन अंतर
पूछने की और भी कई बातें है
मसलन
हर रास्ता एक चौराहे पर आकर
क्यों हो जाता है भरम का शिकार
बढ़ता कदम क्या सच में आगे बढ़ता है
या दूसरा कदम पीछे खिंचता है बार बार
धरती अपना बोझ किसके यहां कराती है दर्ज
आसमान के झुकनें की अधिकतम सीमा क्या है
यदि वह देखें तुम्हारी तरफ तो
यह भी जरूर पूछना कि
कुछ बीज क्यों निकल जातें है बांझ
बारिश क्यों छोड़ जाती है
हर बार हिस्सों में नमी
हवा किसके कहने पर बदलती है रुख
इतने सवालों के बीच
वह तुम्हारे एक भी सवाल का जवाब देगा
इस पर मुझे सन्देह है
इसलिए नही पूछता मैं
कभी कोई सवाल
किसी से भी
मगर तुम जरूर पूछना
अपने पूरे आत्म विश्वास के साथ।
© डॉ.अजित
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