इश्क की पहरेदारी हमसे न होगी
मुहब्बत में अदाकरी तुमसे न होगी
ये ताल्लुक है कि बोझ है वफा का
हर वक्त ये तरफदारी हमसे न होगी
हंस सकता हूँ खुद की कमजोरी पर
देख लो ये कलाकारी तुमसे न होगी
गुजारिश पर लिखना छोड़ दिया हमनें
दरबार की ये फनकारी हमसे न होगी
इश्क में अक्ल बहुत लगाते हो तुम
मेरी रूह की सवारी तुमसे न होगी
© अजीत
मुहब्बत में अदाकरी तुमसे न होगी
ये ताल्लुक है कि बोझ है वफा का
हर वक्त ये तरफदारी हमसे न होगी
हंस सकता हूँ खुद की कमजोरी पर
देख लो ये कलाकारी तुमसे न होगी
गुजारिश पर लिखना छोड़ दिया हमनें
दरबार की ये फनकारी हमसे न होगी
इश्क में अक्ल बहुत लगाते हो तुम
मेरी रूह की सवारी तुमसे न होगी
© अजीत
1 comment:
सुंदर ।
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