अक्सर मुझे डराता बहुत है
वो शख्स मुस्कुराता बहुत है
किस्से सुनकर हैरत में हूँ
बताता कम छिपाता बहुत है
बुरे वक्त पर काम आता है
कमी एक है जताता बहुत है
जख्म खाना शौक है मेरा
वो मुझे समझाता बहुत है
निशां उसके मिटते नही है
आदतन वो मिटाता बहुत है
© डॉ. अजीत
वो शख्स मुस्कुराता बहुत है
किस्से सुनकर हैरत में हूँ
बताता कम छिपाता बहुत है
बुरे वक्त पर काम आता है
कमी एक है जताता बहुत है
जख्म खाना शौक है मेरा
वो मुझे समझाता बहुत है
निशां उसके मिटते नही है
आदतन वो मिटाता बहुत है
© डॉ. अजीत
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