जलाओं दिये नए मगर तेल पुराना हो
उम्मीद मत रखो रिश्ता गर निभाना हो
हंसकर बताना किस्से अपने बर्बादी के
तरीका यही है गम अपना गर छुपाना हो
वो बुलाता है महफ़िल में तुमको अक्सर
तन्हा चले जाना गर रुसवा हो जाना हो
कुछ नई गजल बचाकर रखना जरूर
लोग बहरे हो जाते है शेर गर पुराना हो
आसानी से हासिल नही होता वो सबको
दस्तक देते रहना गर उसको अपनाना हो
© डॉ. अजीत
उम्मीद मत रखो रिश्ता गर निभाना हो
हंसकर बताना किस्से अपने बर्बादी के
तरीका यही है गम अपना गर छुपाना हो
वो बुलाता है महफ़िल में तुमको अक्सर
तन्हा चले जाना गर रुसवा हो जाना हो
कुछ नई गजल बचाकर रखना जरूर
लोग बहरे हो जाते है शेर गर पुराना हो
आसानी से हासिल नही होता वो सबको
दस्तक देते रहना गर उसको अपनाना हो
© डॉ. अजीत
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